रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा भारत, Defence corridor में नट-बोल्ट से लेकर BrahMos मिसाइल तक होगा निर्माण
Defence corridor: यूपीडीआईसी (UPDIC) एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसके जरिए विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर भारतीय रक्षा क्षेत्र की निर्भरता घटाने का इरादा है.
डिफेंस कॉरिडोर के लिए करीब 1,700 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की योजना है. (Image- Reuters)
डिफेंस कॉरिडोर के लिए करीब 1,700 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की योजना है. (Image- Reuters)
Defence corridor: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (यूपीडीआईसी) में नट-बोल्ट से लेकर ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos missiles) तक का विनिर्माण होगा. राजनाथ सिंह ने यहां आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “हमने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में रक्षा गलियारा के जरिए रक्षा विनिर्माण के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया है. यूपीडीआईसी के बारे में मुझे बताया गया है कि इस गलियारे के लिए करीब 1,700 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की योजना है, जिसमें से 95% से अधिक भूमि का पहले ही अधिग्रहण किया जा चुका है.
16,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा निवेश
उन्होंने कहा कि इनमें से 36 उद्योगों और संस्थानों को करीब 600 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर दी गई है और 16,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अनुमानित निवेश के साथ 109 सहमति पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी तक करीब 2,500 करोड़ रुपये का कुल निवेश अलग-अलग इकाइयों द्वारा यूपीडीआईसी में किया गया है.
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उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां केवल नट-बोल्ट या कलपुर्जों का विनिर्माण नहीं किया जाएगा, बल्कि ड्रोन/ यूएवी, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं, विमान और ब्रह्मोस मिसाइलों के भी विनिर्माण और उन्हें तैयार करने का काम किया जाएगा.
भारतीय रक्षा क्षेत्र में बढ़ेगी आत्मनिर्भरता
यूपीडीआईसी (UPDIC) एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसके जरिए विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर भारतीय रक्षा क्षेत्र की निर्भरता घटाने का इरादा है. अलीगढ़ में 11 अगस्त, 2018 को एक कार्यक्रम में रक्षा उत्पादन में 3,700 करोड़ रुपये से अधिक निवेश की घोषणा के साथ इस परियोजना की शुरुआत हुई थी.
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05:45 PM IST